विश्वस्तरीय कंपनी सेक्रेटरी तैयार करता है आइसीएसआईः अनुज सारस्वत

युवा शक्ति संवाददाता 

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चुनौतियां व्यक्ति,संस्थान,परिवार,समाज और देश को मजबूत बनाती हैं.जहां चुनौतियां नहीं हैं,वहां सृजन क्षमताओं पर प्रश्नचिन्ह लगता है,सृजन क्षमता क्षींण होती है. राष्ट्र का विकास अवरूद्ध होे जाता है. प्राचीन काल से ही मनुष्य प्रकृति से संषर्घ करता हुआ,जय—पराजय को अंगीकार किया. मनुष्य ने जीवन के हर क्षेत्र में उल्लेखनीय उन्नति की. सामाजिक,आर्थिक,राजनीतिक,शैक्षणिक,सामरिक व मेडिकल के क्षेत्र में ही नहीं अतिपु तीनों लोकों के उन गूढ़ रहस्यों से पर्दा उठा दिया, सदियों तक गर्त में छिपी हुई थीं.  आर्थिक गतिविधियां किसी भी परिवार,संस्था,समाज व राष्ट्र के लिए रक्तनली हैं.बिना अर्थ के अनर्थ हो सकता है. देश केे नीति—निर्माताओं ने अपने कठोर परिश्रम से देश के उपवन को सींच कर विशाल वृक्ष का आकार दिया है. देश आज प्रगति के पथ पर दौड़ रहा है. देश को योग्य कंपनी सेक्रेटरी प्रदान करने में जिन संस्थानों की चर्चा होती है उनमें द इंस्टीच्यूट आफ कंपनी सेक्रेेट्रीज आफ इंडिया अर्थात भारतीय कम्पनी सचिव संस्थान(आइसीएसआई) हुगली,पश्चिम बंगाल  का नाम बेहद सम्मानपूर्वक लिया जाता है. देश के महत्पूर्ण संस्थानों में शुमार आइसीएसआई देश की पूर्वी भाग के महत्वपूर्ण प्रवेश द्वारा कोलकाता से सटे हुगली चैपटर की चर्चा के बगैर अधूरी रह जाती है. श्रीमान अनुज सारस्वत को अभी हाल ही में हुगली चैपटर आफ आइसीएसआई का नया चेयरमेन नियुक्त किया गया है.उनसे विस्तृत बातचीत की युवा शक्ति के समाचार संपादक प्रमोद दूबे ने.आईए जानते हैं,उनकी ही जुबानी कुछ महत्पूर्ण तथ्यः

सवालः नववर्ष की शुभकामनाओं के साथ,आप अपने संदर्भ में पाठकों को परिचय करायें?

अनुज सारस्वतः—देश के एक जिम्मेदार नागरिक होने के साथ—साथ, विभिन्न सामाजिक,शैक्षणिक व सांस्कृतिक गतिविधियों में स्वयं को उपस्थित मानकर धन्य मानता हूं. देश,समाज व कारोबार सेवा के निमित्त समय—समय पर मुझे जो भी दायित्व सौंपा गया,उसका सम्यक निर्वहन किया.जहां कहीं मुझे आवश्यकता महसूस हुई,अपने सिनियरों से मार्ग दर्शन प्राप्त करता रहा.हमारी संस्था के पदाधिकारियों ने वर्ष 2021 में मुझे हुगली चैप्टर आफ आइसीएसआई का चेयरमेन नियुक्त किया .वर्ष 2014 में मुझेे इस संस्था से जुड़ने का सौभाग्य प्राप्त हुआ,तब से मैं संस्था का सक्रिय सदस्य के तौर पर काम कर रहा हूं..वर्ष 2020 में हुगली चैप्टर का उपाध्यक्ष बना.मैंने कानून की डिग्री हासिल की.एलएलबी व एमकाम किया. मैं अपने पेशे के प्रति ईमानदार और खुश हूं कि मैं अपने सपनों को पूरा करने में लगा हुआ हूं.

सवालः अनुज जी आइसीएसआई क्या है,और इस महत्वपूर्ण संस्था का उद्देश्य क्या है?

अनुज सारस्वतः— देखिए यह अर्थशास्त्र की भाषा है और इसे विद्यार्थी अर्थात कारोबार से जुड़े लोगों को ही पता है.व्यक्ति का सामना जीवन की कई समस्याओं से होता है.इन समस्याओं के समाधान के लिए हमारी लोकतांत्रिक सरकार संसद व विधानसभाओं में कानून बनाती है.उन कानूनों का अमल करने के लिए विभिन्न मंत्रालयों या विभागों का गठन किया गया है.कारोबार का काम एकल और समूह में किया जाता है.कुछ व्यक्तियों का समूह एक कंपनी का निर्माण करता है.कंपनी ग्राहकों की सेवा के लिए सामानों का उत्पादन,विपणन करती है,जानकारी उपलब्ध कराती है.कंपनी के संचालन के लिए सत्तारूढ़ दल अर्थात सरकार संसद में जो कानून बनाती है,हमारी जिम्मेदारी है कि उसकी उचित व्याख्या करें,कंपनी के मालिकों,संचालकों,अधिकारियों व कर्मचारियों को जहां परेशानी होती है,उसका विधिपूर्वक समाधान निकाला जाता है.आइसीएसआई में पेशेवर युवाओं को कंपनी सम्बंधी विविध प्रकार का आधुनिक प्रशिक्षण देता है. व्यवहारिक ज्ञान के बूते हम अपने संस्थान में युवाओं को कंपनी सम्बंधी विश्वस्तरी जानकारी देते हैं.  संस्था की स्थापना संसदीय कानूनों के तहत की गयी है, यह प्राधिकृत संस्थान है.संस्थान अपने किसी भी विद्यार्थी को अधूरी नहीं पूरी जानकारी प्रदान करता है,ऐसी जानकारी जिसका दुनिया के प्रत्येक देश में अपना जलवा है.हम दावा कर सकते हैं कि हमारेे संस्थान से निकलेे युवा आज देश ही नहीं विदेशों में अच्छी सेवा दे रहे हैं.वे जहां भी हैं,सफलता का परचम लहरा रहे हैं. हमारे संस्थान का उद्देश्य युवाओं को कंपनी मामलों की जानकारी में परिपूर्ण कर, उन्हें रोजगार उपलब्ध कराना है.

सवालः आइसीएसआई कंपनियों के लिए किस तरह की सेवा उपलब्ध कराती है?

अनुज सारस्वतः—यह संस्थान कंपनी के निर्माण,कंपनी को सरकारी नियमों—कानूनों की जानकारी देना,कंंपनी गतिविधियों की जानकारी उपलब्ध कराना,एक कंपनी का दूसरी कंपनी में बिलय कराने के साथ ही हमारा संस्थान वैश्विक स्तर के अनुभवी कंपनी सेक्रेटरी प्रदान करती है.ऐसे सेक्रेटरी जो किसी भी कंपनी के लिए बहुमूल्य होते हैं.उनके अनुभवों के आधार पर किसी भी कंपनी को सफलता पूर्वक संचालित किया जा सकता है.

सवालः—वैश्विक महामारी कोविड—19 से उपजी परिस्थितियों को आप किस नजरिए से देखते हैं?

अनुज सारस्वतः—यह तो सच ही है कि इस महामारी ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया.सभी प्रकार की गतिविधियां ठप्प हो गयी.प्रत्येक परिस्थिति के दो पक्ष होते हैं, सकारात्मक व नकारात्मक. जहां तक मेरा सवाल है मैंने इस कालखंड को सकारात्मक रूप से लिया.मैंने कई महत्वपूर्ण परीक्षाएं इस दौर में उत्तीर्ण की. कुछ नया करने की इच्छा जगी और उसे साकार भी किया.मैं ही क्यों सकारात्मक दृष्टिकोण रखने वालों के साथ अच्छा ही हुआ.वैसे मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि इस महामारी का यथाशीघ्र खात्मा हो.व्यक्ति,परिवार,समाज,देश और समूचा विश्व पटरी पर दौड़ने लगे.कोरोना की वैक्सीन आ गयी है.आशा है यह हम सभी को मिलेगी जिसका सुखद परिणाम देखने को मिलेगा.

सवालः— शासन—प्रशासन व राजनीति के मौजूदा माडल को आप किस रूप में देखते हैं?

अनुज सारस्वतः—देखिए हर काल कुछ न कुछ सीखने के लिए ही होता है.सवाल यह है कि आप वर्तमान परिस्थितियों को किस रूप में देखतेे हैं.पुराने को विदा कीजिए,नये का स्वागत कीजिए,पुराने का अनुभव लेकर नये को स्थापित करना होगा.हरकाल में सरकार अपनी परिस्थितियों के अनुसार अच्छा ही किया.इस बीच वर्तमान को हम स्वर्णीम समय मानें तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी.हम वैश्विक चुनौतियों को स्वीकार कर नित्य आगे बढ़ रहे हैं.हमारे यहां राजनीतिक सक्रियता  जर्मनी,जापान,चीन,फ्रांस,अमेरिका व ब्रिटेन के अपेक्षा कुछ ज्यादा ही है.हमारे यहां सशक्त विपक्ष है,अच्छा भी है,उन्हें सकारात्क दृष्टिकोण अपनाना चाहिए,तभी देश का विकास होगा.पश्चिम बंगाल में किसी भी पार्टी की सरकार हो,उन्हें कारोबार के लिए अनुकूल माहौल पैदा करना होगा.जीएसटी के प्रावधानों को और आसान बनाया जाए.हमारा अपने युवा सार्थियों से विनम्र निवेदन है कि वे कठिन परिस्थतियाेंं में अपना धैर्य बनाये रखें.परिश्रम करते रहें,विजन व मिशन के लिए सदैव तैयार रहें.आइसीएसआई आपका स्वागत करता है.आईए हम सब मिलकर भारत को विकसित बनानें में योगदान करें.धन्यवाद

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