-सिर्फ डाक सेवाएँ नही, बल्कि लोगों की जान बचाकर डाक विभाग ने बनाया जन-जन के दिलों में अपना स्थान
-उत्कृष्ट कार्य करने वाले डाककर्मियों को किया गया सम्मानित
सूरज कुमार
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गया। आमजनों को एक तरफ लॉकडॉन के कारण अपने को घर की परिधि तक सिमित रखकर राष्ट सेवा में अपना योगदान की वचनबध्त्ता थी। तो दूसरी और उन्हें अपनी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु रकम निकलने के लिए डाकघर/बैंक/ए.टी.एम.जाने की भी बाध्यता थीI उन्हें ऐसी विषम स्थिति से बाहर निकालने के उद्देश्य से गया डाक प्रमंडल के द्वारा ऐप्स के माध्यम से निर्धारित बैंक के खाते से ग्राहक के घर के दरवाजे पर डोर स्टेप पर डाकिया एवं ग्रामीण डाक सेवक के माध्यम से भुगतान की व्यवस्था की गयी। इस माध्यम से लोगों के घरों तक लगभग 1,70,684 लोगों को लगभग 26 करोड़ रूपये उनके घर पर उपलब्ध कराये गये। खाद्य सामग्री एवं मुलभुत सुविधाओं के लिए उस समय ये रूपये उनलोगों के लिए कितने जरुरी थे ये समझा जा सकता है I शेरघाटी जैसे सुदूर क्षेत्र में इस्माइलपुर शाखा डाकघर की रागिनी रंजन ने एक दिन में 406 घरों तक एवं कराथी शाखा डाकघर के आलोक कुमार ने 399 घरों तक जाकर भुगतान की सुविधा दीI डाक विभाग ने चलंत वाहन के माध्यम से भी डाक विभाग के बचत खाते में जमा रुपयों का भुगतान लोगों के घर पर किया। यहाँ तक की क्वारंटाइन सेंटर में भी जाकर लोगों को भुगतान किया गया।
-लोगों ने जाना जीवन का महत्व , डाक विभाग ने रखा हर व्यक्ति के जीवन को सुरक्षित रखने का लक्ष्य।
कोरोना की महामारी ने हमे अपने जीवन का महत्व समझा दिया है , हमारा जीवन हमारे अपनों के लिए कितना जरुरी है उनकी मुलभुत आवश्यकताएं के लिए हमारे जीवन के बाद हमारे अपनों को कितना संघर्ष करना पड़ता है। डाक विभाग ने हर परिवार को सुरक्षित रखने का लक्ष्य अपने डाक जीवन बीमा/ग्रामीण डाक जीवन बीमा के तहत रखा है। डाक विभाग के द्वारा इस योजना के तहत ड्राइव में 4 जनवरी से 19 जनवरी तक के मेगा अभियान में गया डाक प्रमंडल में लगभग 1600 लोगों को डाक जीवन बीमा /ग्रामीण डाक जीवन बीमा के तहत सुरक्षित किया गया I जिसमें लगभग 82 करोड़ सम अस्सुरेड का बीमा किया गया।डाक विभाग न सिर्फ जीवन बीमा प्रदान करता है बल्कि आपको अपने भविष्य के लिए अधिक बोनस के साथ आयकर मुक्त भुगतान का लाभ भी देता है।
-लोगों की जमा पूंजी डाक विभाग के सुरक्षित हाथों में
हम समय आने पर किसी पर आश्रित न रहते हुए स्वाभिमान से अपना जीवन सुरक्षित रखें एवं संकट के समय हमारी मुलभुत आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके Iगया डाक प्रमंडल ने अप्रैल 2020 से अभी तक लगभग 1 लाख 15 हज़ार लोगों का डाकघर बचत खाता खोलकर उन्हें बचत की प्रवृति से सम्बद्ध कराया।इसमें 12,000 (बारह हज़ार खाते ) सिर्फ चेरकी उप-डाकघर के अंतर्गत खोले गये।
-सुकन्या समृधि खाते हमारे बिटिया के उज्जवल भविष्य एवं उनकी आत्मनिर्भरता के लिए अत्यंत ही आवश्यक है।
आपके घर में भी छोटी बच्ची है तो आप उसकी पढ़ाई-शादी के वक्त एकमुश्त मदद पाने के लिए केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर सकते हैं. 10 साल से कम उम्र की बेटी की उच्च शिक्षा और शादी के लिए बचत करने के लिहाज से केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना छोटी बचत स्कीम में सबसे बेहतर ब्याज दर 7.6 प्रतिशत वाली योजना है। निवेश के इस बेहतरीन विकल्प में पैसे लगाने से आपको इनकम टैक्स बचाने में भी मदद मिलती है Iइस योजना के तहत गया डाक प्रमंडल में अप्रैल माह 2020 से अभी तक लगभग 20,000 से ज्यादा बच्चियों का खाता खोलकर उन्हें लाभान्वित किया गया है I फतेहपुर में अप्रैल 2020 से अब तक 1307 बच्चियों को आत्मनिर्भर किया गया।
इस योजना के तहत प्रतिमाह 1000/- रूपये जमा करने पर कुल राशि 5,10,373 /- रूपये भुगतान के रूप में प्राप्त होगी जो पुरी तरह आयकर मुक्त होगी ।
इसी तरह प्रतिमाह 5000/- रूपये जमा करने पर कुल राशि 25,51,855/- रूपये भुगतान के रूप में प्राप्त होगी।
-सिर्फ डाक सेवाएँ नही, बल्कि लोगों की जान बचाकर डाक विभाग ने बनाया जन-जन के दिलों में अपना स्थान
डाक प्रमंडल ने कोविड/19 के इस वैश्विक महामारी के इस परिदृश्य एवं विषम परिस्थिति में आमजनों को हर तरह से सुविधा दी है। चाहे वह लॉकडाउन के दरम्यान उनके जीवनयापन के लिए खाद्य सामग्री पहुंचानी हो या जीवन रक्षक दवाएं I मंडलीय कार्यालय को दिनांक 16.04.2020 को एक मेल प्राप्त हुआ जिसमे तुषार गौरव , टनकुप्पा, फतेहपुर द्वारा लिखा गया था की उनके पिताजी की तबियत ख़राब है और उनको अविलम्ब दवा की जरुरत है लेकिन डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवा ग्रामीण क्षेत्र होने की वजह से उस स्थान पर उपलब्ध नही है I उन्होंने यह भी बताया की लॉकडाउन की वजह से आने-जाने का कोई साधन उपलब्ध नही हो पा रहा है और न ही उनके पास स्वयं का कोई वाहन है I इस मामले की सुचना मिलते ही वरीय डाक अधीक्षक, रंजय कुमार सिंह के निर्देशानुसार तुषार गौरव से सम्बंधित प्रेस्क्रिप्शन की प्रति व्हाट्सप्प पर मंगाकर। गया में वांछित दवा को क्रय कर डाक अधिदर्शक शशिभूषण प्रसाद के माध्यम से टनकुप्पा भिजवाया गया एवं उक्त तुषार गौरव के पिताजी को 3 घंटे के अन्दर ही उनके घर पर दवा उपलब्ध कराया गया I ऐसे कई मामले डाक विभाग के कण्ट्रोल रूम के समक्ष आये जिसमे खुद डाक विभाग के अधिकारीयों/कर्मियों ने खुद के पैसे से जीवन रक्षक दवाएं खरीदकर अविलम्ब मरीजों तक पहुचाया I उनके और उनके घरवालों की दवा न खरीद पाने की बेबसी और दवा मिलने पर ख़ुशी के आंसुओं के साथ डाक विभाग के कर्मियों का आशीर्वाद और स्नेह हर बार दिखा।
-डाक विभाग ने जरुरतमंदो तक पहुंचाई खाद्य सामग्री
डाक प्रमंडल ने कोविड/19 के इस वैश्विक महामारी के दरमयान गया डाक प्रमंडल के द्वारा दैनिक मजदूरों एवं गरीब तबके के लोगों को राशन एवं अन्य जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। इस क्रम में डेल्हा , कटारी हिल, खरखुरा, बैरागी, करीमगंज, मखदुमपुर , गुरारू, चेरकी ,बांकेबाज़ार , शेरघाटी, डुमरिया के साथ ही जहानाबाद के विभिन्न क्षेत्रों में राशन का वितरण किया गया।
-पूर्व मंत्री के द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाले डाककर्मियों को किया गया सम्मानित I
शहर से लेकर गांवों तक साथ ही लॉकडाउन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डाककर्मियों एवं अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डाककर्मियों को पूर्व मंत्री सह गया शहर के नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार व गया के वरीय डाक अधीक्षक रंजय कुमार सिंह द्वारा सम्मानित किया गया।
सम्मानित होने वाले में शाखा डाकपाल में डाक जीवन बीमा/ग्रामीण डाक जीवन बीमा में उत्कृष्ट योगदान के लिए अजय कुमार सिंह, शाखा डाकपाल, पनानिया शाखा डाकघर, शाखा डाकपाल में बचत खाता खोलने में उत्कृष्ट योगदान के लिए मदन मोहन सिंह, शाखा डाकपाल, बिशुनपुरा, चेरकी, शाखा डाकपाल में सुकन्या समृधि खाता खोलने में उत्कृष्ट योगदान के लिए मनोज वर्मा, शाखा डाकपाल , करियादपुर , फतेहपुर को साथ ही पुरे वर्ष में डाक जीवन बीमा /ग्रामीण डाक जीवन बीमा में उत्कृष्ट योगदान के लिए अभय कुमार एवं रंजीत कुमार को सम्मानित किया गया। वंही डाक वितरण में 100 प्रतिशत वितरण के लिए पंकज कुमार निराला, उप-डाकपाल , मगध यूनिवर्सिटी उप-डाकघर को सम्मानित किया गया I
मोबाइल द्वारा 100 प्रतिशत वितरण के लिए ओम प्रकाश सिंह, डाकिया मगध यूनिवर्सिटी को सम्मानित किया गया।साथ ही कोरोना की महामारी में जहाँ हर वर्ग पैसों की तंगी से परेशान था।डाक विभाग ने अपने रिटायर्ड कर्मचारियों का भी पूरा ध्यान रखा है। इस मौके पर डाक निरीक्षक शेरघाटी सब डिवीज़न विजय कुमार पूरी, डाक निरीक्षक पश्चिमी अनुमंडल रंजन कुमार, डाक निरीक्षक दक्षिणी अनुमंडल राकेश रंजन, परिवाद निरीक्षक रवि प्रकाश, आनंदस्वरूप, राहुल कुमार, दीपक कुमार, धर्मेंद्र कुमार, आदि लोग उपस्थित थें।
कहतें हैं वरीय डाक अधीक्षक
डाकघर हर भारतीय के जीवन में किसी न किसी रूप से जुडा हुआ है। डाककर्मियों के सम्मान से वह अपने कार्यों को और बेहतर करने की ओर प्रवृत होंगे।
रंजय कुमार सिंह,
वरीय डाक अधीक्षक, गया
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