लद्दाख में बुरी तरह पिटने के बाद चीन ने संयुक्त राष्ट्र के मंच से दुनिया को शांति का पाठ सुनाया है. भारत में घुसपैठ की कोशिश करने वाले चीन ने कहा कि वो शांति चाहता है. चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र में दिए अपने भाषण में कहा कि चीन कभी किसी को उकसाता नहीं है, लेकिन अगर हमें उकसाया गया तो हम पीछे भी नहीं हटते. हम चीन की संप्रभुता और प्रतिष्ठा का बचाव करेंगे.
चीन का ये बयान ऐसे समय आया है जब उसके सैनिकों ने बीते कुछ दिनों में घुसपैठ की कई कोशिशें की हैं. चीनी सैनिकों की साजिश को भारतीय सेना ने हर बार नाकाम किया है. वांग यी ने अपने भाषण में ये भी बताया कि संयुक्त राष्ट्र को क्या करना चाहिए. उन्होंने कहा कि शांति और विकास को आगे बढ़ाया जाना चाहिए. विश्व शांति की रक्षा करना और सामान्य विकास को बढ़ावा देना संयुक्त राष्ट्र का मिशन है.
चीन के विदेश मंत्री ने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र और इसकी सुरक्षा परिषद को हिंसा को खत्म करने और शांति बनाए रखने, शीत युद्ध की मानसिकता को खारिज करने और बातचीत और परामर्श के माध्यम से राजनीतिक समाधान की तलाश में महत्वपूर्ण भूमिका को निभाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम मानव सभ्यता की सभी बेहतरीन उपलब्धियों से सीखना चाहते हैं और सभी देशों के साथ मित्रता और सहयोग विकसित करना चाहते हैं.
वांग यी ने कहा कि चीन कभी उकसाता नहीं है, लेकिन अगर हमें उकसाया गया तो हम पीछे भी नहीं हटते. हम चीन की संप्रभुता और प्रतिष्ठा का बचाव करेंगे. चीन के अधिकारों और हितों को बनाए रखेंगे और अंतरराष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय की रक्षा करेंगे. उन्होंने कहा कि हमने कभी आक्रमण, क्षेत्रीय विस्तार या किसी भी क्षेत्र में प्रभाव की मांग नहीं की.
विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीन विश्व शांति का समर्थक रहा है. पीपुल्स रिपब्लिक की स्थापना के बाद से चीन ने कभी भी युद्ध को उकसाया या दूसरों की भूमि पर एक इंच भी कब्जा नहीं किया.
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