West Bengal Durga Puja: इस बार बंगाल में दुर्गापूजा के लिए होंगे खास नियम


राज्य में कोरोना का कहर जारी है। दुर्गापूजा तक क्या स्थिति होगी यह कह पाना मुश्किल है। राज्य का सबसे बड़ा त्योहार दुर्गापूजा आस्था के साथ ही सबसे बड़े व्यवसाय की दृष्टि से भी बेहद ही अहम है। वहीं तैयारियां तो अभी शुरू नहीं के बराबर हैं मगर पूजा होगी। हालांकि कोरोना काल में इस बार दुर्गापूजा के लिए भी काफी नियम बदल जाएंगे। पंडालों में थीम पूजा इस बार नहीं होगी।

दरअसल, इस बार की पूजा के लिए कई नियम व दायरे के होंगे। इसे लेकर फोरम फॉर दुर्गोत्सव की ओर से करीब 17 गाइडलाइन वाले प्रस्ताव कोलकाता के 350 पूजा कमेटियों को दिए गए हैं। इस बारे में फोरम फॉर दुर्गोत्सव के साधारण सचिव शाश्वत बसु ने बताया कि कोरोना काल को देखते हुए सभी पूजा कमेटियों को नियमों को मानकर ही आगे बढ़ना होगा। इसे लेकर हमलोगों ने एक अहम बैठक की और गाइडलाइन के द्वारा कई प्रस्ताव दिये हैं।

बजट होगा कम, पंडालों की ऊंचाई भी कमेगी

महामारी की स्थि​ति को ध्यान में रखकर पंडालों के बजट को कम करके श्रद्धालुओं के लिए दुर्गापूजा के आयोजन का प्रस्ताव दिया है। पंडाल व प्रतिमा दोनों की ही ऊंचाई ज्यादा नहीं करने को कहा गया है। राज्य सरकार व निगम से अनुरोध करना होगा कि प्रतिदिन ही पंडालों को सैनिटाइज किया जाए। अगर पंडाल ऊंचा होगा तो सैनिटाइज करने में समस्या होगी। कलाकारों से अनुरोध करना होगा कि ऐसा पंडाल तैयार करें कि बाहर से दर्शक प्रतिमा को अच्छे से देख पाएं।

पंडालों में एक साथ भीड़ नहीं

पंडाल में एक साथ 25 से अधिक लोगों को घुसने की अनुमति नहीं होगी। थोड़ा-थोड़ा करके ही लोग अंदर घुसाने के लिए प्रशासन से मदद लेनी होगी। पंडाल के प्रवेश द्वार पर बैरिकेड ज्यादा से ज्यादा होगा ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जा सके। क्लब, स्वेच्छासेवक को ध्यान रखना होगा कि पंडाल में आने वाले सभी मास्क पहनकर आये। प्रवेश के समय सैनिटाइजर दिया जाए। मूल प्रवेश में कई थर्मल गन रखने होंगे। यह ध्यान रखना होगा कि बुखार लगे किसी व्यक्ति को भीतर आने की अनुमति नहीं हो। 

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