कानपुर में दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमला कर आठ पुलिसकर्मियों को शहीद कर दिए जाने की जघन्य वारदात के मामले में मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर पर सियासी घमासान जारी है. उत्तर प्रदेश के विपक्षी दल इस एनकाउंटर को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं. वहीं, अब पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने भी यूपी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
ममता सरकार में मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसा जघन्य अपराध किए जाने के बाद एक सवाल यह भी है कि क्या विकास दुबे पाकिस्तानी आतंकी था? उन्होंने एनकाउंटर की आलोचना करते हुए कहा कि अपराध, अपराध होता है. लेकिन कानून को अपने हाथ में ले लेना उससे भी बड़ा अपराध होता है. हकीम ने कहा कि कोई भी अपराध का समर्थन नहीं कर रहा. पुलिस पर हमला किया जाना आतंकी कृत्य है.
पश्चिम बंगाल के कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सही कदम यह होता कि संबंधित अथॉरिटी से संपर्क किया जाता और कानून के अनुसार कोर्ट में निर्णय होता. उन्होंने कहा कि जिस तरह से मुठभेड़ हुई, वह बताती है कि यूपी पुलिस खुद अपराध कर रही है. कोलकाता के मेयर ने कहा कि हम सभी भारतीय न्याय प्रणाली की ओर देखते हैं. जिन लोगों को इस पर भरोसा नहीं, वे संविधान पर भी यकीन नहीं करते.
उन्होंने कहा कि जो लोग भारत के संविधान पर भरोसा नहीं करते हैं, वे मानवता पर भी भरोसा नहीं करते हैं. फिरहाद हकीम ने कहा कि भारत के नागरिक के रूप में हम सबको चाहिए कि संविधान और कानून पर भरोसा करें, उसका सम्मान करें. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि आप अपने संविधान पर भरोसा नहीं करेंगे, तो यह जंगलराज जैसी स्थिति होगी. उन्होंने कहा कि आतंकियों को पकड़ना सरकार का कर्तव्य है, लेकिन सरकार खुद आतंकी बन जाए, यह सूट नहीं करता.
कोलकाता के मेयर ने कहा कि यूपी में नहीं हूं, इसलिए नहीं पता कि ऐसा क्यों हुआ? उन्होंने कहा कि किसी को गिरफ्तार करने के बाद उसे मारना अपराध है. गौरतलब है कि कानपुर कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे का मध्य प्रदेश के उज्जैन से कानपुर लाए जाते समय वाहन दुर्घटना के बाद पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स ने एनकाउंटर कर दिया था. पुलिस के मुताबिक विकास दुबे ने वाहन दुर्घटना में घायल पुलिसकर्मियों के हथियार छीनकर भागने की कोशिश की.
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