फिर शुरू होगी सरकार की भारत बॉन्ड स्कीम, 14 जुलाई से निवेश का मौका


अगर आप सुरक्षित निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो आपके लिए भारत बॉन्ड ईटीएफ एक अच्छा विकल्प हो सकता है. वैसे तो इस बॉन्ड को दिसंबर में लॉन्च किया गया था. लेकिन इसका दूसरा चरण 14 जुलाई से शुरू होने वाला है. इसका मतलब ये हुआ कि 14 जुलाई से भारत बॉन्ड ईटीएफ में निवेश का एक और मौका मिलने वाला है. आइए, इस नए चरण के बॉन्ड के बारे में विस्तार से जानते हैं..

देश का पहला कॉरपोरेट बॉन्ड

आपको बता दें कि भारत बॉन्ड ईटीएफ देश का पहला कॉरपोरेट बॉन्ड है. इस बॉन्ड की दो मैच्योरिटी अवधि है. पहली मैच्योरिटी अवधि तीन साल के लिए है जबकि दूसरी मैच्योरिटी की अवधि 10 साल है. इस योजना की दिसंबर, 2019 में पेशकश की गई थी. पिछले साल भारत बॉन्ड को लगभग 1.8 गुना सब्सक्राइबर मिला था. वहीं, करीब 12,400 करोड़ रुपये मिले थे.

दूसरे चरण का हाल

भारत बॉन्ड ईटीएफ की दूसरी खेप 14 जुलाई को पेश होने वाली है. इसका पूरा आकार 14 हजार करोड़ रुपये का है. यह खेप 17 जुलाई को बंद होगी. इसका प्रबंधन एडलवाइस एसेट मैनेजमेंट करेगी.

क्यों जारी हुआ था बॉन्ड?

आमतौर पर सरकारें राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिए बॉन्ड जारी करती हैं. पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSUs) के लिए पैसा जुटाने को सरकार ने निवेशकों के सामने यह विकल्प रखा है. पहले सरकारें सिर्फ बड़े निवेशकों के लिए बॉन्‍ड लॉन्‍च करती थीं लेकिन अब छोटे निवेशक भी जुड़ सकते हैं.

रिटेल निवेशकों के लिए प्रत्येक बॉन्ड की कीमत 1000 रुपये रखी गई है. जाहिर सी बात है, 1000 रुपये कीमत होने की वजह से छोटे रिटेल निवेशक भी इसमें पैसा लगा सकेंगे.

निवेश के क्‍या फायदे हैं?

इस निवेश का सबसे बड़ा फैक्‍टर रिस्‍क और रिटर्न है. सरकार के मुताबिक इसमें रिस्‍क बेहद कम है तो वहीं रिटर्न फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट के मुकाबले कहीं ज्‍यादा है. जहां एक ओर बैंक एफडी से ब्‍याज दर लगातार कम कर रहे हैं वहीं भारत बॉन्ड ईटीएफ में उम्‍मीद से बेहतर रिटर्न मिल सकता है.

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