ड्रैगन को अमेरिका का झटका, चीनी पत्रकारों को सिर्फ 3 महीने का देगा वीजा


कोरोना वायरस की महामारी को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी पत्रकारों के साथ चीन के बर्ताव की प्रतिक्रिया में चीनी पत्रकारों के लिए वीजा दिशा-निर्देशों को कड़ा कर दिया है.

अमेरिका ने शुक्रवार को चीनी पत्रकारों की वीजा अवधि घटा दी. अब वे सिर्फ तीन महीने के लिए ही अमेरिकी वीजा ले सकेंगे. अब तक विदेशी मीडिया के प्रतिनिधियों के लिए कोई अवधि नहीं थी. हालांकि नए दिशा-निर्देशों में चीन के पत्रकारों के तीन महीने से ज्यादा रुकने पर रोक लगा दी गई है.

अमेरिकी गृह विभाग ने शुक्रवार को इसकी जानकारी साझा करते हुए बताया कि चीनी पत्रकारों को उनके काम खत्म होने तक के लिए वीजा अवधि दी जाएगी और यह अवधि 90 दिन से अधिक की नहीं होगी. विभाग ने बताया कि अभी किसी विदेशी मीडिया के प्रतिनिधियों के लिए कोई स्थायी अवधि नहीं थी. लेकिन नए दिशा-निर्देशों में चीन के पत्रकार तीन महीने से अधिक समय के लिए अमेरिका में नहीं ठहर सकेंगे.

अमेरिकी गृह विभाग ने हालांकि बताया कि नए दिशा-निर्देश हांगकांग या मकाऊ के पत्रकारों पर लागू नहीं होते हैं. दो क्षेत्रों को अर्ध-स्वायत्त माना जाता है. चीन में अमेरिकी पत्रकारों के साथ बर्ताव को अमेरिका ने स्वतंत्र पत्रकारिता का दमन माना है. इसलिए अमेरिका ने जैसे को तैसा वाले रुख के साथ यह प्रतिक्रिया जाहिर की है.

क्या है मामला

असल में, चीन की सरकारी मीडिया पर अमेरिकी पाबंदियों के बाद चीन ने अमेरिका के तीन बड़े न्यूज मीडिया समूहों से जुड़े पत्रकारों अपने यहां से हटा दिया था.

बता दें कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक नियम-कायदों और कोरोना वायरस महामारी के बाद तनाव बढ़ गया है. अमेरिका ने चीनी उत्पादों पर निर्यात शुल्क बढ़ा दिया है, इससे दोनों देशों के रिश्तों में खटास आई है. वहीं रही सही कसर कोरोना वायरस ने पूरी कर दी. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार कोरोना वायरस की महामारी को लेकर चीन पर निशाना साध रहे हैं.

कोरोना पर चीन-अमेरिका में रार

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने इस बीच कहा कि चीन कोरोना संबंधी आंकड़ों को अब भी दुनिया से छिपा रहा है और उसे ढकने की कोशिश कर रहा है. पोम्पिओ ने यह दावा किया है और कहा है कि उनके पास इस बात के पर्याप्त साक्ष्य हैं कि चीन के वुहान शहर में एक प्रयोगाशाला ‘‘उम्मीद से कम काम कर रही थी” और कोरोना वायरस संभवत: वहीं से निकला है.

जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के डेटा के मुताबिक शुक्रवार तक 78,000 से ज्यादा अमेरिकियों की इस घातक वायरस से मौत हो चुकी है और अब तक 13 लाख लोग संक्रमित पाए गए हैं. दुनिया भर में इसने 2,74,000 लोगों की जान ली है और 39 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं.

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