बंगाल में कोरोना के आंकड़ों पर बवाल, 68 या 140 मौतें....सच क्या है?


कोलकाता :पश्चिम बंगाल में मंगलवार को कोरोना से 7 और मरीजों की मौत हो गई। ममता बनर्जी सरकार के मुताबिक राज्य में अब तक कोरोना से 68 मौतें हो चुकी हैं। वहीं केंद्र सरकार के आंकड़ों को देखें तो यह संख्या दोगुने से ज्यादा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में मंगलवार शाम तक 140 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। तो फिर दोनों आंकड़ों में यह 72 मौतों का फर्क आखिर क्यों है? आइए समझते हैं:

लिखें72 मौतें कोरोना से या दूसरी बीमारी से?
बंगाल में ऑडिट कमिटी ने दूसरी बीमारियों से मरने वाले 72 लोगों की मौत को कोरोना वायरस से जोड़ा है। ये 72 लोग भी कोरोना पॉजिटिव थे लेकिन अस्पताल की तरफ से यह साफ नहीं है कि इन 72 लोगों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हुई या दूसरी बीमारी से। राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने मीडिया से बातचीत में सही आंकड़े देने का दावा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 72 मरीजों की मौत की बात हमारे पास नहीं आई है क्योंकि अस्पतालों को कोरोना के अलावा बाकी मौतों के बारे में जानकारी नहीं देने के लिए कहा गया है।

बंगाल सरकार की क्या है दलील
दरअसल बंगाल में तीन दिन तक कोरोना के आंकड़े जारी ही नहीं हुए। महामारी के बढ़ते संक्रमण के बीच ममता सरकार का गोल-मोल रुख कई सवाल खड़े कर रहा है। हर राज्य की तरफ से बाकायदा ब्रीफिंग करके मीडिया को कोरोना के मामलों की जानकारी दी जाती है। लेकिन बंगाल में डेटा ही देर से जारी किया जा रहा है। ममता सरकार की दलील है कि प्राइवेट अस्पतालों की खामियों की वजह से सरकार को डेटा जारी करने में देरी हो रही है। इसके साथ ही कोरोना के मामलों में रिपोर्टिंग की प्रक्रिया को जटिल बताते हुए अपना बचाव किया गया।

बंगाल ने टाइम पर रिपोर्ट क्यों नहीं किए आंकड़े?
ऐसे में एक बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या बंगाल कोरोना से आंकड़ों पर कुछ छिपा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल ने मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की पीसी में कहा कि कुछ राज्यों ने आंकड़ों को टाइम पर रिपोर्ट नहीं किया। जब जोर डाला गया तो उन्होंने आंकड़े रिपोर्ट किए। इसी वजह से कोरोना से मौतों के आंकड़ों में अचानक से बढ़ोतरी देखने को मिली है। कहीं न कहीं उनका इशारा बंगाल की ममता सरकार की ओर से हुई देरी पर था।

IMCT ने बंगाल की डेथ रेट सबसे ज्यादा बताई
कोरोना महामारी को लेकर पश्चिम बंगाल से चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई थी। राज्य का दौरा करने वाली इंटर मिनिस्ट्रियल सेंटर टीम (IMCT) का दावा है कि Covid-19 से होने वाली मौतों के मामले में राज्य की डेथ रेट टॉप पर है। IMCT के मुताबिक बंगाल में कोविड डेथ रेड सबसे ज्यादा 12.8 प्रतिशत है। आईएमसीटी के सदस्य अपूर्व चंद्रा ने राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को इस बारे में जानकारी दी थी। दिल्ली लौटने से पहले उन्होंने यह पत्र सिन्हा को लिखा था। चंद्रा ने खत में कहा कि मृत्यु दर बढ़ने से साफ जाहिर है कि राज्य में टेस्ट कम हुए हैं और कोरोना संक्रमितों की निगरानी में भी लापरवाही बरती गई है।

बंगाल में अब तक कोरोना के 1344 केस
इन सबके बीच मंगलवार को पश्चिम बंगाल में कोरोना के 85 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 1344 हो गई। राज्य में अब तक 364 कोरोना मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। कुल मिलाकर 364 कोरोना मरीज अब तक अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं।

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