चंद्रमा की सतह पर इस साल सितंबर में दुर्घटनाग्रस्त हुए विक्रम लैंडर को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ढूंढ निकाला है. नासा ने अपने लूनर रेकॉन्सेन्स ऑर्बिटर (एलआरओ) द्वारा ली गई एक तस्वीर जारी की है, जिसमें अंतरिक्ष यान से प्रभावित जगह दिखाई पड़ी है.
नासा ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि उसके उसका लूनर रिकनैसैंस ऑर्बिटर ने चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान 2 के विक्रम लैंडर को ढूढ़ लिया है. नासा के दावे के अनुसार, चंद्रयान 2 के विक्रम लैंडर का मलबा उसके क्रैश साइट से 750 मीटर दूर मिला. नासा ने रात करीब 1:30 बजे विक्रम लैंडर के इम्पैक्ट साइट की तस्वीर जारी की और बताया कि उसके ऑर्बिटर को विक्रम लैंडर के तीन टुकड़े मिले हैं.
इसके साथ ही नासा ने एक बयान जारी कर कहा है कि तस्वीर में नीले और हरे डॉट्स के माध्यम से विक्रम लैंडर के मलबे वाला क्षेत्र दिखाया गया है. बता दें कि 7 सितंबर को इसरो द्वारा भेजा गया चंद्रयान 2 का विक्रम लैंडर लैंडिंग के निर्धारित समय से कुछ समय पहले संपर्क खो दिया था.
NASA (National Aeronautics and Space Administration) says that their NASA Moon mission, the Lunar Reconnaissance Orbiter, has found the #Chandrayaan2 Vikram Lander. pic.twitter.com/71SPVMBIJM— ANI (@ANI) December 2, 2019
नासा ने अपने बयान में कहा है कि उसने 26 सितंबर को क्रैश साइट की एक तस्वीर जारी की थी और लोगों को विक्रम लैंडर के संकेतों की खोज करने के लिए बुलाया था. इसके बाद शनमुगा सुब्रमण्यन नाम के एक व्यक्ति ने मलबे की एक सकारात्मक पहचान के साथ एलआरओ परियोजना से संपर्क किया. शानमुगा ने मुख्य क्रैश साइट के उत्तर-पश्चिम में लगभग 750 मीटर की दूरी पर स्थित मलबे की पहचान की थी. यह पहले मोजेक (1.3 मीटर पिक्सल, 84 डिग्री घटना कोण) में एक एकल उज्ज्वल पिक्सल पहचान थी. नवंबर मोजेक इंपैक्ट क्रिएटर, रे और व्यापक मलबा क्षेत्र को सबसे अच्छा दिखाता है.