दुनिया में बजा भारत का डंका, साइंस फाउंडेशन के नेतृत्व के लिए ट्रंप ने भारतवंशी को चुना


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतवंशी वैज्ञानिक सेतुरमन पंचनाथन (58) को प्रतिष्ठित नेशनल साइंस फाउंडेशन (एनएसएफ) का अगला निदेशक चुना है. पंचनाथन फ्रांस के कोर्डोवा की जगह लेंगे. एनएसएफ निदेशक के तौर पर कोर्डोवा का छह साल का कार्यकाल अगले साल समाप्त हो रहा है.

बता दें कि एनएसएफ एक अमेरिकी सरकारी एजेंसी है, जो विज्ञान और इंजीनिय¨रग के क्षेत्र में मौलिक अनुसंधान और शिक्षा को बढ़ावा देता है. चिकित्सा के क्षेत्र में इसी तरह का ही एक संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआइए) है. व्हाइट हाउस के विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति के निदेशक केल्विन ड्रोगेमीयर ने बताया, 'कंप्यूटर वैज्ञानिक डॉ. पंचनाथन का शोध-अनुसंधान के क्षेत्र में लंबा अनुभव है.

इसी को ध्यान में रखकर उन्हें यह अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है.' अपनी नियुक्ति पर पंचनाथन ने कहा कि वह सम्मनित महसूस कर रहे हैं. पंचनाथन ने 1981 में मद्रास विश्वविद्यालय से भौतिक विज्ञान में स्नातक के बाद 1984 में बेंगलुरु स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (आइआइएस) से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्यूनिकेशन में इंजीनिय¨रग की डिग्री हासिल की.

1986 में उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) मद्रास से इलेक्टि्रकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री लेने के साथ ही 1989 में कनाडा के यूनिवर्सिटी ऑफ ओटावा से इलेक्टि्रकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में पीएचडी की डिग्री हासिल की. पंचनाथन वर्तमान में एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी (एएसयू) में एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट के साथ मुख्य अनुसंधान और नवाचार अधिकारी हैं. वह इसी यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर कॉग्निटिव यूबिकिटस कंप्यूटिंग के संस्थापक निदेशक भी हैं. पंचनाथन ने मद्रास  भौतिक विज्ञान में स्नातक के बाद 1984 में बेंगलुरु स्थित आइआइएस)से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्यूनिकेशन में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की .

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