
का में यह बात ऐसे समय में कही है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी संयुक्त राष्ट्र महासभा के सम्मेलन में हिस्सा लेने अमेरिका पहुंचे हैं। इमरान की भी ट्रंप से मुलाकात होने वाली हैं । मोदी ने कहा कि भारत में बहुत कुछ हो रहा है, बहुत कुछ बदल रहा है और बहुत कुछ करने के इरादे लेकर हम चल रहे हैं। हमने नए चुनौतियां तय करने की, उन्हें पूरा करने की एक जिद ठान रखी है। प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को सपरिवार भारत आने का न्यौता भी दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति की मौजूदगी में मोदी ने कहा कि भारत ने अनुच्छेद 370 को फेयरवेल दे दिया है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 का फायदा अलगवावाद ताकते उठा रही थी, अब जम्मू कश्मीर के लोगों को भी भारत के अन्य क्षेत्र के लोगों के समान अधिकार दे दिये गए हैं । ह्यूस्टन में एनआरजी स्टेडियम में मोदी ने कहा कि आज भारत पहले के मुकाबले और तेज गति से आगे बढ़ना चाहता है। भारत कुछ लोगों की इस सोच को चुनौती दे रहा है, जिनकी सोच है कि कुछ बदल ही नहीं सकता। बीते पांच सालों में 130 करोड़ भारतीयों ने हर क्षेत्र में ऐसे नतीजे हासिल किए हैं जिनकी पहले कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था। इससे पहले ट्रंप ने आतंकवाद की चर्चा करते हुए कहा कि हम निर्दोष नागरिकों की कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद के खतरे से रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका समझते हैं कि अपने समुदाय को सुरक्षित रखने के लिए हमें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी होगी। सीमा सुरक्षा भारत और अमेरिका दोनों, के लिए महत्वपूर्ण है, यह हम समझते हैं। मोदी ने कहा, हम किसी दूसरे से नहीं बल्कि खुद से मुकाबला कर रहे हैं । हम अपने को बदल रहे हैं क्योंकि भारत में विकास आज सबसे चर्चित शब्द बन गया है । धैर्य हम भारतीयों की पहचान है लेकिन अब हम विकास के लिये अधीर हैं। उन्होंने कहा कि हम बड़ा लक्ष्य रखते हैं और बड़ी उपलब्धि हासिल कर रहे हैं। उन्होंने सरकार की जन कल्याण योजनाओं एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की ओर से उठाये गए कदमों का उल्लेख भी किया। उन्होंने 2 अक्तूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर देश के खुले में शौच से मुक्त होने के लक्ष्य को हासिल करने का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक भी भारतीय विकास के लाभ से वंचित रहे, यह भी भारत को मंजूर नहीं है। विकास का लाभ समाज के सभी वर्गो को मिलना चाहिए। मोदी ने कहा कि सबसे बड़ा मंत्र है- सबका साथ-सबका विकास, भारत की सबसे बड़ी नीति है- जन भागीदारी, भारत का सबसे प्रचलित नारा है- संकल्प से सिद्धि और भारत का सबसे बड़ा संकल्प है- न्यू इंडिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि अलग-अलग पंथ, संप्रदाय, सैकड़ों तरह का अलग-अलग क्षेत्रीय खान-पान, अलग-अलग वेशभूषा और अलग-अलग मौसम एवं ऋतु चक्र भारत को अद्भुत बनाते हैं। मोदी ने कहा कि सदियों से हमारे देश में सैकड़ों भाषाएं, सैकड़ों बोलियां, सहअस्तित्व की भावना के साथ आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत की अलग अलग भाषाएं और उदार एवं लोकतांत्रिक समाज हमारी पहचान है । अलग अलग भाषा, अलग अलग पंथ, पूजा पद्धति, वेषभूषा इस धरती को अद्भुत बनाये हुए हैं । एनआरजी स्टेडियम में 50 हजार से अधिक संख्या में मौजूद अमेरिकी भारतीय समुदाय के लोगों की उपस्थिति में मोदी ने कहा, विविधता में एकता ही हमारी धरोहर है और हमारी विशेषता भी। भारत की यही विविधता हमारी विविधतापूर्ण लोकतंत्र का आधार है।यही हमारी शक्ति और प्रेरणा है।