जब फ्लाइट में वॉशरूम जाने से रोके गए यात्री, जानें क्या था कारण


कोलकाता से मुंबई जा रही एक फ्लाइट में यात्रियों को बेहद मुश्किल भरे वक्त से गुजरना पड़ा। यात्रियों को तीन घंटे की यात्रा के दौरान अधिकांश समय तक टॉयलेट का इस्तेमाल करने से रोक दिया गया। इसके पीछे वजह यह थी कि टेकऑफ के बाद टर्बुलेंस की वजह से लंबे समय तक यात्रियों के सीट बेल्ट का साइन ऑन रहा।

कोलकाता से मुंबई जाने वाली स्पाइसजेट की फ्लाइट संख्या एसजी 6422 ने करीब 11.55 बजे पर कोलकाता से उड़ान भरी और ऊंचाई पर पहुंचते ही नियमानुसार सीट बेल्ट का साइन ऑफ हो गया था, लेकिन टर्बुलेंस की वजह से 30 से 35 मिनट के अंदर ही सीट बेल्ट का साइन दोबारा ऑन हो गया। उस समय तक फ्लाइट में क्रू सर्विस भी शुरू नहीं हुई थी। इसके बाद फिर सीट बेल्ट का साइन ऑन हो गया जिसके बाद यात्रियों को टॉयलेट जाने से रोक दिया गया। इस वजह से एक घंटे के अंदर ही विमान के अंदर बैठे यात्री बेहाल होने लगे। कुछ देर बाद विमान टर्बुलेंस की स्थिति से बाहर आ गया, लेकिन सीट बेल्ट का साइन तब भी ऑन ही रहा। इस दौरान जब एक बुजुर्ग यात्री वॉशरूम के इस्तेमाल के लिए सीट से उठे तो क्रू मेंबर ने उन्हें वापस बैठ जाने को कहा।

लैंडिंग के बाद एक यात्री ने बताया, फ्लाइट के दौरान रुक-रुककर टर्बुलेंस आ रहा था। हमें उम्मीद थी कि सीट बेल्ट के साइन ऑफ हो जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फ्लाइट के दूसरे हाफ में भी सीट बेल्ट के ऑन रहने पर लगभग सभी यात्री असहज होने लगे। जब भी कोई टॉयलेट की तरफ बढ़ता तो फ्लाइट के हेड अटेंडेंट एयरक्राफ्ट पब्लिक अड्रेस सिस्टम के जरिए घोषणा करते- कृपया सीट पर ही बैठे रहिए। सीट बेल्ट का साइन ऑफ हो जाने तक वॉशरूम का इस्तेमाल निषेध है।

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने बताया कि टर्बुलेंस की वजह से सीट बेल्ट का साइन ऑन था और यात्रियों के मूवमेंट पर रोक थी। हालांकि एयरलाइन इंडस्ट्री के एक्सपर्ट ने बताया कि इमरजेंसी होने पर एयरलाइन रेस्टरूम के इस्तेमाल की इजाजत दे देती हैं। एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, जब तक कि टर्बुलेंस की स्थिति विकराल न हो, फ्लाइट में वॉशरूम जाने की इजाजत दे दी जाती है। टेक ऑफ के तुरंत बाद या लैंडिंग से तुरंत पहले ही रेस्टरूम के इस्तेमाल पर रोक होती है।
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