नई दिल्ली : भाजपा ने पार्टी से निलंबित किए गए सांसद कीर्ति आजाद को एक कारण बताओ नोटिस देते हुए उनसे दस दिन के भीतर यह साफ करने के लिए कहा कि उन्हें अनुशासनहीनता औैर पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी से क्यों ना निष्कासित कर दिया जाए.
भाजपा सूत्रों ने कहा कि नोटिस किसी पार्टी नेता के निलंबन के बाद की जाने वाली मानक कार्रवाई है और दिल्ली जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) को लेकर वित्त मंत्री के खिलाफ हमला जारी रखने वाले आजाद के निष्कासन का फैसला उनके जवाब पर निर्भर करेगा.
बिहार के दरभंगा के तीन बार के सांसद आजाद के करीबी सूत्रों ने कहा कि वह अपने जवाब के साथ तैयार हैं और उसे कल पार्टी मुख्यालय में भेज देंगे. पूर्व में आजाद के निलंबन पर सवाल करने वाले पार्टी नेता सुब्रहमण्यम स्वामी ने उनका जवाब तैयार करने में मदद की है.
आजाद ने डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार को लेकर जेटली को निशाने पर लेना जारी रखा है और साथ ही क्रिकेट प्रशासन में कथित गड़बड़ियों को लेकर पार्टी सांसद एवं बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर के अलावा कांग्रेस के राजीव शुक्ला पर भी हमला किया.
कारण बताओ नोटिस में आजाद की पार्टी विरोधी गतिविधियों की बात की गई है, जिनमें लोकसभा में डीडीसीए के मामलों की जांच की उनकी मांग और लगातार लगाए जा रहे उनके आरोप शामिल हैं जबकि भाजपा और सरकार ने विपक्षी दलों कांग्रेस और आप द्वारा लगाए गए इसी तरह के आरोपों का खंडन किया है.