चेन्नई : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज तमिलनाडु में बाढ़ से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया. हवाई सर्वेक्षण करने से पहले प्रधानमंत्री ने राज्य के राज्यपाल के. रोसैया, मुख्यमंत्री जे. जयललिता और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हालात की समीक्षा की. प्रधानमंत्री ने राज्य के लिए केंद्र की ओर से 1000 करोड़ रुपए की अतिरिक्त मदद की घोषणा की. इससे पहले केंद्र राज्य के लिए 940 करोड़ रुपए की मदद जारी कर चुका था.
इससे पहले प्रधानमंत्री अर्राकोनाम नौसेना एयर स्टेशन पर पहुंचे और फिर वह बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण के लिए निकले. मोदी ने तमिलनाडु के लिए उड़ान भरने से पहले ट्विटर पर लिखा था, ‘‘विनाशकारी बाढ़ के कारण पैदा हुई स्थिति का जायजा लेने के लिए चेन्नई जा रहा हूं.’’ केंद्र ने चेन्नई के हालात को ‘चिंताजनक’ बताया और संकट की इस घड़ी में सभी संभव सहायता का वादा किया है.
मोदी ने पहले तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता से बातचीत कर उन्हें सभी संभव सहायता का वादा किया था. चालीस वर्ष से अधिक समय में पहली बार ऐसा हुआ कि सैदापेट में नदी का पानी तेजी से बढ़ते हुए सड़क और मराईमलाई अडिगल पुल के ऊपर बहने लगा, जिससे मुख्य मार्ग अन्ना सलाई (माउंट रोड) पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई. चेन्नई में आज बारिश रूकने के कारण पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से परेशान लोगों को कुछ राहत मिली लेकिन बाहरी क्षेत्र के चेम्बरामबक्कम झील से बुधवार रात भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण शहर के नये इलाकों में बाढ़ आ गयी है. इस वजह से लोगों के अपना घर छोड़ने का खतरा मंडराने लगा है.
चेम्बरामबक्कम झील से लगभग 30,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण कोडमबक्कम एवं टी नगर और अशोक नगर जैसे शहर के प्रमुख इलाकों में फिर बाढ़ आ गयी है. यह झील शहर में पेयजल की आपूर्ति किये जाने वाले स्रोतों में से एक है.