कोलकाता : अस्थाई चुनाव आयुक्त आलापान बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाते हुए प्रदेश भाजपा अद्यक्ष राहुल सिन्हा ने कहा है कि चुनाव आयुक्त तृणमूल कांग्रेस के चुनाव एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं. नौ अक्टूबर को विधाननगर के ९ तथा आसनसोल के २ बूथों पर पुर्नमतदान कराने की अस्थाई आयुक्त के घोषणा की कड़ी आलोचना करते हुए राहुल ने कहा कि भाजपा इसका बहिष्कार करेगी. उन्होंने पूछा कि अस्थाई चुनाव आयुक्त ने इतनी जल्दी पुर्नमतदान का फैसला कैसे कर लिया. उन्होंने कहा कि चुनाव के दिन वे भूटान में मौज-मस्ती कर रहे थे. उन्हें यहां कि सच्चाई के बारे में क्या पता था. फैसला लेने के पहले उन्हें सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए थी लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं कर साबिक कर दिया कि वे तृणमूल के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं.
संवाददाता सम्मेलन में राहुल ने कहा कि भाजपा ने बुधवार की हो प्रतिनिधि भेजकर सर्वदलीय बैठक का अनुरोध किया था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने पूछा कि अगर चार-पांच दिन पुर्नमतदान होता तो क्या बिगड़ जाता. उन्होंने कहा कि आखिर पुर्नमतदान कराने का फैसला इतनी जल्दी लेने की पीछे क्या राज है. राहुल ने कहा कि भूटान में मौज मस्ती कर रहे आलापान बनर्जी लौटने के बाद पुर्नमतदान की घोषणा कर दिए. इससे साबित होता है कि वे तृणमूल कांग्रेस व ममता बनर्जी के इशारे पर काम कर रहे हैं. अस्थाई चुनाव आयुक्त ने बगैर सीसीटीवी फुटेज देखे ही जल्दबाजी में फैसला लिया. पुर्नमतदान का फैसला गलत है. आम मतदाता इसमें शामिल नहीं होेंगे. इसलिए मतदान में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है. सब कुछ ध्यान में रखते हुए पार्टी ने पुर्नमतदान का बहिष्कार करने का फैसला किया है. राहुल ने कहा कि आयोग कार्यालय के बाहर धरना देकर तृणमूल नेताओं ने दबाव बनाकर यह फैसला करवा लिया. इसके लिए आलापान जिम्मेवार हैं.