विश्व नवकार दिवस पर यशस्वी प्रधानमंत्री का सारगर्भित, प्रेरणादायक और नव दिशा दिखाने वाला उद्बोधन। आजतक शायद ही किसी राजनेता के मुख से जैन धर्म, दर्शन और ज्ञान की ऐसी व्याख्या सुनने मिली हो।
जैन धर्म के अनेक विलक्षण शब्द, मंत्र, गाथाएं, प्रतीक, चिन्ह, सिद्धांत और व्याख्याएं हमारी पीढ़ी के लोग रट कर के जाकर और देखकर भी सही-सही ना बोल पायेंगे। जैन समाज की एकता का दिव्य मंत्र भी उन्होंने दिया।
शायद इसलिए मोदीजी *राजर्षि* संबोधन के अधिकारी हैं। मोदीजी ने हम सभी से इस ऐतिहासिक अवसर पर नौ संकल्प लेने का आह्वान किया है।
*नव संकल्प*
१. जल संरक्षण
२. एक पेड़ माँ के नाम
३. स्वच्छता
४. वोकल फोर लोकल
५. देव-दर्शन
६. आर्गेनिक फार्मिंग
७. मोटा अनाज (श्री अन्न) का उपयोग
८. योग और खेलकूद
९. दरिद्र नारायण की सेवा
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