'दाना' का कहर: ओडिशा के तट पर कमजोर पड़ा चक्रवाती तूफान, बंगाल में एक की मौत


कोलकाता: पश्चिम बंगाल में आए चक्रवाती तूफान 'दाना' ने तबाही मचाई है, जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई। प्रशासन ने अब तक 2.16 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस संकट पर नियंत्रण के लिए रातभर राज्य सचिवालय में रहकर स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि राहत सामग्री प्रभावितों तक पहुंचाई जाए।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि एक व्यक्ति घर पर तारों से जुड़ा काम कर रहा था। इस बीच हादसा हुआ और उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट होगी और यदि आवश्यक हुआ तो राज्य सरकार मृतक के परिवार की सहायता करेगी। ममता ने कृषि विभाग से चक्रवात से प्रभावित कृषि भूमि का सर्वेक्षण कराने के निर्देश दिए हैं ताकि किसानों को फसल बीमा का लाभ मिल सके। इस प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए फसल बीमा की समय-सीमा को 31 अक्टूबर से बढ़ाकर 30 नवंबर तक कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में अगले 48 घंटों तक तैनात रहने के निर्देश दिए।

निचले क्षेत्रों में पानी भरने से हालात गंभीर

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि सागर द्वीप, डायमंड हार्बर (दक्षिण 24 परगना), संदेशखाली (उत्तर 24 परगना) और बशीरहाट जैसे क्षेत्रों में पानी भर गया है। इसके साथ बनगांव और बशीरहाट सब-डिवीजनों में भी जलभराव की समस्या बनी हुई है। उन्होंने अधिकारियों से सुनिश्चित करने को कहा कि सांप काटने की दवाएं सहित आवश्यक दवाएं प्रभावित लोगों तक समय पर पहुंचाई जाएं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिन क्षेत्रों में हरियाली प्रभावित हुई है वहां फिर से पौधरोपण किया जाए। साथ ही कहा कि राहत शिविर तब तक जारी रहने चाहिए जब तक पानी पूरी तरह से नहीं उतर जाता। स्वास्थ्य विभाग को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि डेंगू, मलेरिया और दस्त जैसी बीमारियों पर विशेष नजर रखी जाए।

घाटाल मास्टर प्लान की दिशा में तेजी

मुख्यमंत्री ने घाटाल मास्टर प्लान को दो वर्षों में पूरा करने का निर्देश दिया। इस परियोजना के तहत राज्य की 10 प्रमुख नदियों के किनारों को मजबूत किया जाएगा और नदी के तल की गहराई बढ़ाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने प्रवासी मजदूरों की मदद से इस कार्य को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए। इसके अलावा ममता बनर्जी ने सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग को पीने के पानी की पाइप लाइन बिछाने का काम जल्द पूरा करने को कहा।

डीवीसी पर पानी छोड़ने का आरोप

ममता बनर्जी ने दावा किया कि झारखंड में बारिश होते ही दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) राज्य में पानी छोड़ता है, जिससे बाढ़ की समस्या उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि यह एक नियमित समस्या बन चुकी है। उन्होंने सुंदरबन क्षेत्र में मिट्टी कटाव रोकने के लिए इस वर्ष 15 करोड़ मैंग्रोव पौधरोपण का भी निर्देश दिया।

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