'धोनी रिव्यू सिस्टम' का दिखा कमाल, दो बार अंपायर को माननी पड़ी अपनी गलती


DRS अब धोनी रिव्यू सिस्टम बन चुका है. आईपीएल के दौरान धोनी (Dhoni IPL) कई ऐसे फैसले लेते हैं जिससे यह बात सही साबित होती है. अब केकेआर के खिलाफ मैच (KKR vs CSK IPL 2023) के दौरान भी कुछ ऐसा ही हुआ है, इस बार धोनी ने अपनी बल्लेबाजी के दौरान भी DRS लिया. जिसका परिणाम वही होना था जिसकी उम्मीद थी. सीएसके की पारी के आखिरी ओवर में धोनी को बल्लेबाजी करने आना पड़ा था. ऐसे में आखिरी ओवर की पांचवी गेंद गेंदबाज कुलवंत खेजरोलिया ने माही को फुलटॉस फेंकी, जिसपर धोनी ने पुल शॉट मारने की कोशिश की लेकिन चूक गए.
 
वहीं, अंपाय़र ने गेंदबाज की इस गेंद को नो बॉल नहीं दिया, जैसे ही अंपायर ने नो बॉल नहीं दिया धोनी ने बिना समय गंवाए DRS लेने का फैसला किया. जैसे ही धोनी ने DRS लिया वैसे ही अंपायर के चेहरे की चेहरे की हवाइयाँ उड़ गई थी. अंपायर को भनक हो गई कि अब धोनी के द्वारा लिया गया यह DRS सही साबित होगा. बिल्कुल ऐसा ही हुआ. थर्ड अंपायर ने टीवी पर देखा कि गेंद धोनी के कमर की ऊंचाई से ज्यादा है. ऐसे में थर्ड अंपायर ने फील्ड अंपायर को अपना फैसला बदलने के लिए कहा. जिसके बाद फील्ड अंपायर को नो बॉल देनी पड़ी. एक बार फिर धोनी के द्वारा लिया गया DRS सही साबित हुआ.

बल्लेबाजी के दौरान धोनी ने नो बॉल पर रिव्यू लेकर अपना फैसला सही करवाया था. फिर एक बार केकेआर की बल्लेबाजी के दौरान फैन्स को धोनी रिव्यू सिस्टम देखने को मिली, जब बल्लेबाज डेविड वीसे के खिलाफ गेंदबाज तुषार देशपांडे ने LBW की अपील की थी, जिसे अंपायर ने ठुकरा दिया था. लेकिन धोनी ने तुरंत ही DRS लेने का फैसला किया. माही के द्वारा लिया गया यह DRS का फैसला भी सही साबित हुआ और डेविड वीसे को थर्ड अंपायर ने LBW आउट देने का फैसला किया. धोनी ने फिर साबित कर दिया कि डीआरएस का फुल फॉर्म 'डिसीजन रिव्यू सिस्टम' नहीं बल्कि 'धोनी रिव्यू सिस्टम होनी चाहिए'.

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