एटक समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी 26 जुलाई को परिवहन भवन अभियान चलाएगा। संगठन के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव ने कहा कि किराया वृद्धि की मांग हम लगातार कर रहे हैं। हालांकि मंत्री से लेकर अधिकारी मौन हैं। ऐसे में हम अपनी आवाज बुलंद करने के लिए अभियान चलाएंगे। शहर में 26 जुलाई को टैक्सी और ऐप कैब सेवाएं बंद रहेंगी। उसी दिन, ड्राइवरों ने किराया वृद्धि की मांग और ऐप कैब प्रबंधन के कई फैसलों के खिलाफ परिवहन भवन अभियान शुरू करने का फैसला किया है। कार्यक्रम की घोषणा कोलकाता ऐप कैब ऑपरेटर्स फोरम और पश्चिम बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी द्वारा की गई है।
इससे पहले 13 जुलाई को संगठन ने लेनिन की प्रतिमा के नीचे एक जनसभा बुलाई है। इससे पहले संगठन ने हाल ही में विरोध प्रदर्शन भी किया है। संगठन का दावा है कि जिस तरह से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं, पुराने किराए पर टैक्सियां चलाना नामुमकिन है। टैक्सी का किराया तत्काल बढ़ाया जाए। वहीं कैब चालक भी ऐप कैब प्रबंधन से नाराज हैं। आरोप है कि उन्हें तरह-तरह से वंचित किया जा रहा है। संगठन के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव ने कहा, ”हमें ड्राइवरों के हित में लड़ना होगा। 26 जुलाई को सड़क पर कोई टैक्सी या कैब नहीं चलेगी।”
दूसरी ओर सख्ती से कुछ राहत के बीच देखा जा रहा है कि बसें सड़कों पर उतर रही हैं। हालांकि अब भी बसों की कमी बरकरार है। ऐसे में कुछ राहत तो यात्रियों को मिली हैं, हालांकि पूरी बसें नहीं चलने से अक्सर यात्रा और कठिन हो जा रही है। बस संगठन किराये में वृद्धि की मांग पर लगातार बैठकें कर रहे हैं। ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट ने इस मुद्दे पर 13 जुलाई को राज्यव्यापी हस्ताक्षर अभियान चलाया था। इसके बाद अपनी मांगों का पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम को भेजा था ।
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