अमेरिका ने रेमडेसिविर के 1.25 लाख वायल भेजे, जर्मनी से आए 4 क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकर

कोरोना से कराह रहे भारत की मदद के लिए अमेरिका लगातार मदद भेजने में जुटा है। रविवार को अमेरिका से 1.25 लाख रेमडेसिविर के इंजेक्शन लेकर एक विमान पहुंचा। चिकित्सा सामग्री लेकर अब तक चार उड़ानें भारत आ चुकी हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस मदद के लिए अमेरिका का आभार जताया है। दो दिनों के अंतराल में भारत आने वाला यह तीसरा विमान है। इससे हमारी आक्सीजन क्षमता में वृद्धि होगी। इस मदद के लिए हम अमेरिका के आभारी हैं।

इसके अलावा भारतीय वायुसेना के सी-17 एयरक्राफ्ट ने 4 क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकर जर्मनी से एयरलिफ्ट कर हिंडन एयरबेस पर पहुंचाया। इसके अलावा 450 ऑक्सीजन सिलेंडर भी ब्रिटेन से एयरलिफ्ट कर चेन्नई एयरबेस पर पहुंचाया गया। भारतीय वायुसेना ने इस बात की जानकारी दी। 

बताते चलें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन इससे पहले कह चुके हैं कि कोरोना महामारी से मुकाबले में भारत की मदद करने के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध है। अमेरिका भारत की मदद के लिए आक्सीजन सिलिंडर, एन95 मास्क, रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट और अन्य चिकित्सा सामग्री भेज रहा है। अमेरिका ने भारत को एस्ट्राजेनेका वैक्सीन देने की भी पेशकश की है। इसके साथ ही भारत में कोरोना के कारण खराब होती स्थिति को देखते हुए अमेरिका ने तीन और विमान से चिकित्सा सामग्री भेजने का एलान किया है। 

कोरोना से इलाज के लिए फ्रांस ने भेजा सामान 

शनिवार की रात अमेरिका से एक विमान एक हजार आक्सीजन सिलेंडर व रेगुलेटर लेकर आया था। इससे पहले भी दो विमानों के जरिये दवाएं और अन्य उपकरण भारत आ चुके हैं। उधर, फ्रांस ने भी रविवार को कोरोना के इलाज में काम आने वाले कई उपकरण और साजोसामान भेजा है। भारत को फ्रांस से जो सामग्री मिली उसमें आठ आक्सीजन जनरेटर, 28 वेंटीलेटर, 200 इलेक्ट्रिक पंप और फिल्टर वगैरह हैं। 

चिकित्सा सामग्री भेजेगा मिस्र

मिस्र के स्वास्थ्य मंत्री हाला जाएद ने एलान किया है कि कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में उनका देश भारत को चिकित्सा सामग्री भेजेगा। एक बयान में उन्होंने कहा कि 300 आक्सीजन सिलिंडर, 20 वेंटिलेटर, 100 मेडिकल बेड और अन्य चिकित्सा सामग्री की भारत को आपूर्ति की जाएगी। मिस्र की सेना की मदद से भारत को इन वस्तुओं की आपूर्ति की जाएगी।


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