यात्रियों का कहना है कि सिर्फ लंदन से आने वाले यात्रियों को ही यहां कोविड टेस्ट करवाने की सुविधा क्यों दी गयी है। ढाका व दुबई व अन्य गंतव्यों के यात्रियों को क्यों इस सेवा से वंचित रखा गया है, उनकी क्या गलती है। इसके लिये क्या लंदन होकर कोलकाता आना होगा ? वह भी संभव नहीं है, नहीं तो यात्री वहां से ही होकर यहां आते।
उल्लेखनीय है कि एक यात्री जो कि अन्य देश से ट्रांजिट होकर ढाका की उड़ान से कोलकाता पहुंचा था उसके पास कोविड निगेटिव की रिपोर्ट नहीं थी। इसे लेकर एयरपोर्ट पर बेहद परेशानी का सामना उक्त यात्री को करना पड़ा। नौबत तो यहां तक हो गयी थी कि उसे एयरलाइन वापस ले जा रही थी। ढाका से आयी उड़ान में सभी यात्री कोविड टेस्ट करवा कर आये थे लेकिन एक यात्री बिना टेस्ट करवाये आया था। इसके बाद एयरपोर्ट पर काफी झमेला हुआ था।
कोलकाता एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल लैंडिंग के लिये अभी के समय में एयरलाइंस को राज्य सरकार से एनओसी लेनी पड़ती है। यह उसी आधार पर मिलती है जब सभी यात्री टेस्ट करवाकर आते हैं। उक्त एयरलाइंस की यहां लैंडिंग की अनुमति आगे से नहीं दी जा सकती थी।
एयरलाइंस को देना पड़ा स्पष्टीकरण
इस मामले में इतनी बड़ी चूक के बाद राज्य सरकार ने एयरलाइन से जवाब-तलब किया। इसके साथ ही एनओसी रद्द करने का निर्णय लिया गया लेकिन एयरलाइंस ने अपनी गलती मानते हुए आगे से ध्यान रखने की बात कही और यह गलती कैसे हुई, इसे भी स्पष्ट किया। तब जाकर यह मामला शांत हुआ। अब यात्रियों की मांग से यही लगता है कि वाकई में उन्हें परेशानी हो रही है। राज्य सरकार को इस ओर देखने की जरूरत है।
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