जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर है, लेकिन सर्दियों के मौसम में सूबे की राजधानी जम्मू स्थानांतरित की जाती है. सर्दियां शुरू होते ही जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर से जम्मू शिफ्ट कर दी गई है. 9 अक्टूबर से सूबे के प्रशासनिक अमले से जुड़े अधिकारी शीतकालीन राजधानी जम्मू से कामकाज शुरू कर देंगे. जम्मू कश्मीर की प्रशासनिक व्यवस्था का जिम्मा अगले छह महीने तक अधिकारी जम्मू से ही संभालेंगे.
पुलिस प्रशासन ने जम्मू में दरबार स्थानांतरण से संबंधित सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. जम्मू स्थित सिविल सेक्रेटेरिएट में 9 अक्टूबर को एक कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसमें उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा सिविल सेक्रेटेरिएट परिसर में तिरंगा भी फहराएंगे.
आला प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी जम्मू से ही प्रशासनिक कामकाज संभालेंगे. गौरतलब है कि धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले पर्वतीय राज्य जम्मू कश्मीर में मौसम को देखते हुए प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए सचिवालय को सर्दियों में जम्मू स्थानांतरित किया जाता है. जबकि गर्मियों के मौसम में 6 महीने सभी काम श्रीनगर से होते हैं. राजधानी के स्थानांतरण की इसी प्रक्रिया को दरबार स्थानांतरण कहा जाता है.
बता दें कि दरबार स्थानांतरण की इस प्रक्रिया की शुरुआत 148 साल पहले महाराजा गुलाब सिंह ने शुरू की थी. महाराजा गुलाब सिंह ने राज्य के दो हिस्सों में मौसम से जुड़ी परेशानियों से निपटने के लिए साल 1872 में दरबार स्थानांतरण की शुरुआत की थी. तब से अब तक सर्दियों के मौसम में जम्मू और गर्मियों में सूबे की प्रशासनिक व्यवस्था का संचालन श्रीनगर से होता है.
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