भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के ग्राहकों को आज से बैंक के एटीएम से किसी भी वक्त 10,000 रुपये से अधिक की राशि की निकासी के लिए वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) की जरूरत होगी। एटीएम से लेनदेन को सुरक्षित बनाने के लिए बैंक ने यह कदम उठाया है। इसका मतलब यह है कि अगर आप एसबीआइ के ग्राहक हैं और आपको 10,000 रुपये से ज्यादा की निकासी बैंक के एटीएम से करनी है तो अपना मोबाइल फोन साथ ले जाना ना भूलें, वरना आप पैसे नहीं निकाल पाएंगे। साइबर विशेषज्ञों ने बैंक की इस पहल को सुरक्षित बैंकिंग की दृष्टि से उठाया गया अहम कदम करार दिया है।
बैंक ने एक जनवरी, 2020 से रात आठ बजे से लेकर सुबह आठ बजे तक एसबीआइ एटीएम से 10,000 रुपये से अधिक की रकम निकालने के लिए पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी को प्रविष्ट करना जरूरी कर दिया था।
भारतीय स्टेट बैंक की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि किसी भी वक्त पैसे निकालने के लिए ओटीपी आधारित इस सुविधा को लागू करके बैंक ने एटीएम से नकदी निकासी की सुरक्षा को और मजबूती दी है। रात के साथ-साथ अब दिन में भी लेनदेन के लिए ओटीपी को अनिवार्य बनाए जाने से एसबीआइ के डेबिट कार्डधारकों के धोखाधड़ी के शिकार होने की आशंका कम हो गई है। साथ ही इससे अनधिकृत निकासी और कार्ड क्लोनिंग को भी रोकने में मदद मिलेगी।
जानिए कैसे काम करेगा ओटीपी आधारित यह सिस्टम
ओटीपी सिस्टम द्वारा जेनरेट किया गया कोड होता होता है। इसका इस्तेमाल एक बार के ट्रांजैक्शन के लिए किया जाता है। बैंक की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ग्राहक जब एसबीआइ के एटीएम से 10,000 रुपये से अधिक राशि की निवासी करेगा तो उसे अपने पंजीकृत नंबर पर प्राप्त ओटीपी को एटीएम मशीन में दर्ज करना होगा। यह सुविधा केवल एसबीआइ एटीएम में ही उपलब्ध है।
Your transactions at SBI ATMs are now more secure than ever.
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) September 15, 2020
SBI extends OTP based cash withdrawal facility to 24x7 for amount ₹10,000 and above from 18.09.2020.#SafeTransaction #SBIATM #ATMTransaction #OTP #ATM pic.twitter.com/4rHo7jEXBh
एसबीआइ के प्रबंध निदेशक (रिटेल व डिजिटल बैंकिंग) सी एस शेट्टी ने कहा, ''एसबीआइ तकनीकी सुधार और सुरक्षा स्तर को और मजबूती देकर ग्राहकों को अधिक सहूलियत एवं सुरक्षा प्रदान करने में हमेशा आगे रहा है। हमारा मानना है कि एटीएम से निकासी के लिए 24x7 ओटीपी आधारित व्यवस्था को लागू किए जाने से एसबीआइ के ग्राहकों का पैसे की निकासी से जुड़ा अनुभव काफी सुरक्षित और जोखिम मुक्त होगा।''
तकनीकी विशेषज्ञ बालेंदु शर्मा दाधीच ने कहा कि एसबीआइ का यह कदम सुरक्षा की दृष्टि से बहुत जरूरी थी। दो स्तरीय सुरक्षा से धोखाधड़ी का खतरा कम हो जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस सिस्टम को सभी बैंकों को लागू करना चाहिए। दाधीच ने कहा कि छोटी-सी-छोटी लेनदेन के लिए भी इसे लागू किए जाने की आवश्यकता है क्योंकि आज हर व्यक्ति के पास मोबाइल फोन होता ही है।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बैंकों को और इनोवेटिव रुख अपनाने की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ट्रांजैक्शन को और सुरक्षित बनाने के लिए बॉयोमैट्रिक और फेस रिकग्निशन तकनीक को लागू किया जा सकता है।
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