Coronavirus: कोरोना को लेकर जीआइएस मैपिंग कराएगी बंगाल सरकार, इससे कोरोना प्रभावित इलाकों की होगी पहचान


देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बंगाल सरकार राज्य में कोरोना प्रभावित इलाकों की पहचान के लिए जीआइएस मैपिंग कराएगी। इसके तहत किन- किन क्षेत्रों में कोरोना का प्रसार या खतरा ज्यादा है उसे चिन्हित कर एहतियाती कदम उठाया जाएगा। राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने शनिवार को राज्य सचिवालय नवान्न आयोजित संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी।

मुख्य सचिव ने बताया कि पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना के 11 नए (पॉजिटिव) मामले सामने आए हैं। इसके बाद बंगाल में कोविड-19 के संक्रमित मरीजों की संख्या 38 से बढ़कर 49 हो गई है। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे में यहां कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। उन्होंने कहा- जो 11 नए मामले सामने आए हैं उनमें उत्तर बंगाल के कलिमपोंग के एक ही परिवार के छह सदस्य शामिल हैं, जबकि पांच अन्य संक्रमित राज्य के दूसरे जिलों के रहने वाले हैं। साथ ही

साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि राज्य में पहले ही तीन लोग स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। बाकी नौ लोग भी स्वस्थ हुए हैं, यानी इलाज के बाद कुल 12 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। स्वस्थ हुए नौ में से चार लोगों को बेलेघाटा आईडी अस्पताल से शुक्रवार को ही छुट्टी दे दी गई है, जबकि अन्य पांच लोगों को अभी छुट्टी नहीं दी गई, क्योंकि उनके परिवार का एक सदस्य (शिशु) पॉजिटिव है। सिन्हा ने बताया कि आइडी अस्पताल में फिलहाल 24 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की चिकित्सा चल रही है। सभी मरीजों की हालत अच्छी है।

इधर, राज्य सरकार जहां कोरोना पीड़ितों की संख्या 49 बता रही है, वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की बेवसाइट पर बंगाल में कोरोना मरीजों की तादाद 63 बताई जा रही है। कोरोना से मौत को लेकर भी मुख्य सचिव ने कहा कि अब तक बंगाल में 3 लोगों की मौत हुई है। वहीं, मीडिया रिपोर्टों में 7 लोगों की मौत कही जा रही है। इसको लेकर विपक्ष भी राज्य सरकार पर सवाल उठा रही है। इस बारे में पूछे जाने पर मुख्य सचिव ने कहा कि केंद्र का क्या आंकड़ा है उस बारे में हम नहीं जानते, लेकिन राज्य का सरकारी आंकड़ा यही है। उन्होंने कहा कि बाकी जिन 4 मरीजों की कोरोना से मौत के बारे में कहा जा रहा है उन्हें दूसरी बीमारी भी थी।

59 कोविड अस्पताल बंगाल में तैयार

मुख्य सचिव ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों की चिकित्सा के लिए राज्य में अब तक 59 कोविड अस्पताल तैयार किए गए हैं। इनमें महानगर के चार कोविड अस्पताल भी शामिल हैं। इन अस्पतालों में बड़ी संख्या में आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है। कोरोना के लक्षण वाले मरीजों का इन्हीं अस्पतालों में इलाज किया जाएगा।

अब तक 516 क्वॉरेंटाइन सेंटर खोले गए

मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य में अब तक कुल 516 क्वारेंटाइन सेंटर खोले गये हैं। इनमें 84 क्वॉरेंटाइन सेंटर पिछले 24 घंटे के दौरान खोले गए हैं। उन्होंने बताया कि बंगाल में अभी तक 52,080 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन में रखा गया है। स्वास्थ्य भवन नियमित रूप से इनकी निगरानी कर रही है। वहीं, 3,036 लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर से मुक्त कर दिया गया है।

1,042 सैंपल अब तक लिए गए

मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य में अब तक कोरोना की जांच के लिए 1,032 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में अभी तक कुल 1,125 लोग भर्ती हुए हैं। इनमें से 786 लोगों को छुट्टी दे दी गई है। हाल में 339 लोग आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हुए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में फिलहाल 7 अस्पतालों में कोरोना की जांच की सुविधा है। इनमें 5 सरकारी जबकि 2 निजी अस्पताल शामिल है। निजी अस्पतालों में अपोलो व टाटा सेंटर है जिसमें कोविड-19 की जांच की सुविधा है। इन अस्पतालों में जांच के लिए आईसीएमआर की मंजूरी मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि राज्य के कुछ और अस्पतालों में कोरोना की जांच की अनुमति प्रदान करने के लिए आईसीएमआर के पास प्रस्ताव भेजा गया है। 

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