नई सरकार के गठन के बाद आज संसद का सत्र शुरू हो रहा है. सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद पहुंचे. उन्होंने कहा कि सक्रिय विपक्ष की भूमिका काफी अहम है. विपक्ष को अपनी संख्या के बारे में चिंतित होने की जरूरत नहीं है. मुझे उम्मीद है कि विपक्ष सक्रिय होकर अपनी बात को आगे रखेगा और सदन की कार्रवाई में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेगा. पीएम ने कहा कि पक्ष, विपक्ष से ज्यादा निष्पक्ष भावना महत्व रखती है. हम आने वाले पांच सालों के लिए इस सदन की गरिमा को उपर उठाने का प्रयास करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि काफी दशकों के बाद किसी सरकार ने लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत हासिल किया है. लोगों ने हमे इस देश की सेवा करने का फिर से मौका दिया है. मैं सभी दलों से अपील करता हूं कि लोगों के पक्ष में लिए गए फैसले का वह समर्थन करें. पीएम मोदी ने कहा कि नया सत्र शूरू हो रहा है, लिहाजा इस सत्र से लोगों को नई उम्मीदे हैं, नए सपने हैं. आजादी के बाद इस लोकसभा ने पहली बार सबसे अधिक महिला मतदाता और सांसद देखे हैं.
ये सत्र 26 जुलाई तक चलेगा. एक आधिकारिक बयान में ये जानकारी दी गई. राज्यसभा का सत्र 20 जून से शुरू होगा. राज्यसभा के सत्र का समापन लोकसभा के सत्र के साथ 26 जुलाई तक चलेगा. संसद सत्र के पहले दो दिन नवनिर्वाचित सांसदों के शपथ ग्रहण के लिए रखे गए हैं. 19 जून को लोकसभा का स्पीकर चुना जाएगा. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से अनुरोध किया जाएगा कि वे संविधान के अनुच्छेद 87 (1) के तहत 20 जून (गुरुवार) को संसद के सेंट्रल हॉल में संसद के दोनों सदनों के सांसदों को संबोधित करें. आर्थिक सर्वेक्षण 4 जुलाई को पेश किया जाएगा. साल 2019-20 का केंद्रीय बजट 5 जुलाई (शुक्रवार) को सुबह 11 बजे लोकसभा में पेश किया जाएगा. 17 वें लोकसभा सत्र के पहले संसद सत्र में कुल 30 बैठकें होंगी.