बॉर्डर पर भारत के मुंहतोड़ जवाब के बाद घबराए पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व में रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की एक बैठक बुलाई, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई. सूचना और प्रसारण पर प्रधान मंत्री के विशेष सहायक डॉ. फिरदौस आशिक ने रविवार को सिलसिलेवार ट्वीट में यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के राजनीतिक नेतृत्व को इकट्ठे होकर एकता और एकजुटता का संदेश देना है.
पाकिस्तान ने भारतीय सेना पर आरोप लगाया कि भारत पीओके में नागरिकों के ऊपर क्लस्टर बमों का इस्तेमाल कर रहा है। हालांकि भारत ने कहा कि पाकिस्तान झूठ बोल रहा है.
इस बीच पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने ट्वीट किया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता का प्रस्ताव दिया था। अभी इसी का समय है. भारतीय सुरक्षा बलों की आक्रामक कार्रवाई की वजह से नियंत्रण रेखा पर स्थिति बिगड़ती जा रही है.
गौरतलब है कि भारतीय सेना (Indian Army) ने शुक्रवार और शनिवार को केरन सेक्टर में पाकिस्तान की बॉडर एक्शन टीम (Border Action Team) द्वारा की जा रही घुसपैठ की बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया है. सुरक्षाबलों पिछले 36 घंटों के दौरान 5 से 7 पाकिस्तानी बैट कमांडो और आतंकियों को मार गिराया है। वहीं पाकिस्तान ने एकबार फिर अपने ही सैनिकों को अपना मानने से इनकार कर दिया है.
पाकिस्तानी सेना पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता और डीजी आसिफ गफूर ने कहा कि भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान आर्मी के जिन सैनिकों को मारने की बात कही जा रही है वह गलत है। बॉर्डर पर तनाव के बाद पाकिस्तान ने यह बैठक बुलाई है.
इस बीच, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने रविवार को इस्लामिक कोऑपरेशन के संगठन सचिव डॉ. यूसुफ अहमद अल-ओथेमीन को कश्मीर में स्थिति की सूचना देने के लिए कहा है। यह जानकारी रेडियो पाकिस्तान ने कहा है.
ओआईसी के महासचिव ने विदेश मंत्री को स्थिति पर नोटिस लेने और पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया है. इससे पहले रविवार को इस्लामाबाद में विदेश कार्यालय में एक आपातकालीन परामर्श बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुरैशी ने आरोप लगाया कि भारतीय मंसूबा क्षेत्रीय शांति को बाधित करने का एक प्रयास है.