ममता ने कश्मीरी नेताओं की नजरबंदी पर जताई चिंता, 370 हटाने के तरीके को बताया गलत


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कश्मीर के हालात पर चिंता जताई है. कोलकाता में स्वतंत्रता दिवस समारोह में ममता बनर्जी ने कहा, 'मैं कश्मीर से प्यार करती हूं. मैं अनुच्छेद 370 के गुण-दोष (मेरिट) पर नहीं जाऊंगी लेकिन मैं ये जरूर कहना चाहूंगी कि जो तरीका अपनाया गया वो गलत था. जिस तरीके से बंदूक की नोक पर लोगों को आतंकित कर इस फैसले को लागू किया गया वो अलोकतांत्रिक है. ये गलत है.'

ममता बनर्जी ने आरोप लगाया, 'हमें अभी तक नहीं पता कि उनके पूर्व मुख्यमंत्री कहां हैं? क्या हमें ये जवाब मांगने का अधिकार नहीं है? शांतिपूर्ण बातचीत की गुंजाइश थी लेकिन उन्होंने इसे पूरी तरह दबा दिया.'

ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर कश्मीर से जुड़ी रिपोर्टिंग में प्रेस की स्वतंत्रता को दबाने का आरोप लगाया. टीएमसी प्रमुख ने कहा, 'मीडिया अब बंधुआ मजदूर बन चुका है. वो सच नहीं दिखा सकते. उन्हें कश्मीर में सब ठीक-ठाक है दिखाने के लिए कहा जा रहा है. क्या यही लोकतंत्र है?'

मुख्यमंत्री ने कश्मीर में शांति की ज़रूरत पर ज़ोर दिया. ममता बनर्जी ने कहा, 'हम कश्मीरियों को अपने से अलग रखना नहीं चाहते. स्वतंत्रता दिवस पर हम प्रार्थना करते हैं कि वे हताश ना रहें.'

ममता बनर्जी ने इस अवसर पर लोगों को बधाई देते हुए राजनीतिक स्वतंत्रता की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने सोशल मीडिया पर अलग से पोस्ट में कहा, 'हमें राजनीतिक स्वतंत्रता, आर्थिक स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक अधिकारों को संरक्षित रखना चाहिए. जब ये न दिए जाएं तो हमें इन अधिकारों को बरकरार रखने के लिए शांतिपूर्ण आंदोलन करने चाहिए.'

बता दें कि स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर भी ममता बनर्जी ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के तरीके पर सवाल उठाया था. ममता ने खुलासा किया था कि कश्मीर के एक पूर्व मुख्यमंत्री ने उनसे मदद मांगी थी.
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