केरल पहुंचा मानसून, कोझिकोड-तिरूवनंतपुर में मौसम ने ली करवट


मॉनसून के आगमन के साथ ही अब भारत के मुख्य भूभाग पर मॉनसून का 4 महीनों लंबा सफर शुरू हो गया है. पूर्वोत्तर भारत में भी मौसम की स्थिति मॉनसून पैटर्न के लगभग अनुकूल बनी हुई है और यहां आने मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों के दौरान राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और विदर्भ में गर्मी की स्थिति और ज्यादा गंभीर होने की संभावना है.

दक्षिणी अरब सागर, लक्षद्वीप क्षेत्र और केरल के बाकी हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं. अगले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु के कुछ और हिस्से जैसे कि दक्षिण-पश्चिम, दक्षिण-पूर्वी,मध्य पूर्वी, उत्तर पूर्वी, बंगाल की खाड़ी और मध्य अरब सागर और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्से बंगाल में दिख सकती है. इसी दौरान पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में भी दक्षिण-पश्चिम मानसून की प्रगति के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल होती जा रही हैं.

राजस्थान के धौलपुर में जारी हीटवेव की वजह से पारा 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. यहां पानी का संकट गहराता जा रहा है. प्रदेश के 9 जिले भयंकर सूखे की चपेट में है. पानी को लेकर इस कदर हाहाकार मचा हुआ है कि कई शहरों और कस्बों में तीन से पांच दिन में पानी की आपूर्ति की जा रही है. पानी के संकट से जुझ रहे भीलवाड़ा जिले के कई गांवों और कस्बों में पानी को ताले में बंद करके रखा जा रहा है. यहां पर कई लोग गर्मी के आगे अपना दम तोड़ चुके है.
Previous Post Next Post