केरल में एक सप्ताह की देरी से पहुंचेगा मानसून


इस बार हालांकि अच्छी मानसूनी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। लेकिन मौसम विभाग ने कहा कि मानसून की केरल में एंट्री में देरी हो सकती है। केरल में मानसून के पहुंचने की सामान्य तिथि एक जून है। लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि बार सात जून को मानसून केरल पहुंचेगा। इस भविष्यवाणी में चार दिन की मॉडलीय त्रुटि हो सकती है। यानी मानसून तीन जून को भी आ सकता है और 11 जून तक विलंबित भी हो सकता है।

मौसम विभाग ने रविवार को मानूसन का पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से अंडमान सागर में मानसून के सक्रिय होने की स्थितियां बन रही हैं। वहां बारिश हो रही है तथा एक निम्न दबाव का क्षेत्र भी बना हुआ है। अब 17 मई तक वहां मानसून सक्रिय हो जाएगा। लेकिन केरल में प्रवेश यह सात जून को करेगा।

पांच पैरामीटर-मौसम विभाग के अनुसार पांच पैरामीटरों को आधार बनाकर भविष्यवाणी की गई है। इनमें एक उत्तर-पश्चिम भारत का न्यूनतम तापमान, दूसरा दक्षिण भारत में हो रही मानसून पूर्व बारिश, तीसरा दक्षिणी चीन सागर में उत्पन्न होने वाला विकीरण, चौथा अंडमान सागर में निचले क्षोभमंडल (जमीन से वायुमंडल में चार मील की ऊंचाई की परत) की हवाओं का रुख तथा पांचवा हिन्द महासागर में ऊपरी क्षोभमंडलीय हवाओं के रुख को आधार बनाया गया है।

संबंध नहीं-मौसम विभाग ने साफ किया है कि मानसून के अंडमान सागर में पहुंचने, केरल में देरी से आने तथा कुल मानसूनी बारिश होने का आपस में कोई संबंध नहीं है। मतलब यह हुआ कि बंगाल की खाड़ी में मानसून देर से भी सक्रिय होता है तो केरल में जल्दी पहुंच सकता है। केरल में जल्दी पहुंचने के बावजूद अच्छी बारिश की कोई गारंटी नहीं।

सिर्फ एक बार गलत-मौसम विभाग ने कहा कि वह 2005 से मानसून के केरल पहुंचने की भविष्यवाणी कर रहा है। तथा पिछले 11 सालों में सिर्फ एक बार ही उसकी भविष्यवाणी गलत साबित हुई है। बाकी सालों में सटीक निकली है। सामान्य से ज्यादा बारिश होगी-मौसम विभाग ने पिछले महीने भविष्यवाणी की थी कि इस बार मानसूनी बारिश सामान्य से ज्यादा होगी।

106 फीसदी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। दो साल से सूखे की मार झेल रहे देश ने इससे राहत की सांस ली है। लेकिन मानसून की दस्तक में देरी से क्या असर पड़ेगा, अभी कहना मुश्किल है। अगले दो-तीन दिन गर्मी भरे-इस बीच मौसम विभाग ने कहा कि अगले दो-तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी का दौर जारी रहेगा। तापमान में एक से दो डिग्री की और बढ़ोत्तरी हो सकती है। अभी दिल्ली समेत उत्तर-पश्चिमी राज्यों में पारा सामान्य से तीन-पांच डिग्री तक अधिक चल रहा है।
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