कोलकाता। भाजपा, कांग्रेस और वाम मोर्चा के केंद्रीय नेताओं के शब्दवाणों से आहत तृणमूल सुप्रीमो व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 19 मई के बाद दिल्ली को बंगाल की ताकत का अहसास कराने की चेतावनी दी है। मंगलवार को हावड़ा जिले के जगतबल्लभपुर और सांकराइल में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने केंद्र और राज्य की पिछली वाम मार्चा सरकार की कड़ी आलोचना की। भाजपा नेतृत्व वाली मोदी सरकार पर बदले की भावना और ब्लैकमेलिंग राजनीति करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि आर्थिक सहयोग के नाम पर केवल झूठे आश्वासन देने वाली केंद्र सरकार अब पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार कर रही है। मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग पर एक बार फिर केंद्र सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया। दो माह तक सात चरण में मतदान कराए जाने पर अंगुली उठाने हुए ममता ने कहा कि ऐसा चुनावी तरीका आज से पहले कभी नहीं देखा।
उन्होंने कहा कि कई राज्यों में एक-दो चरण में चुनाव कराए गए, लेकिन शांत पश्चिम बंगाल में सात चरण में मतदान हो रहा है। मुख्यमंत्री ने तृणमूल को हराने के लिए वाम मोर्चा और कांग्र्रेस के बीच सहयोग पर एक बार फिर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि बिहार, केरल, तमिलनाडु आदि राज्यों में एक दूसरे के खिलाफ लड़ रही माकपा और कांग्र्रेस पश्चिम बंगाल में मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्र्रेस के कंधे पर वाम मोर्चे का लाल झंडा देखने को मिल रहा है।