शाहरुख रहते भारत में हैं, उनका मन सदा पाकिस्तान में रहता है : कैलाश विजयवर्गीय

नई दिल्ली: बीजेपी नेता और मध्य प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने एक के बाद एक 5 ट्वीट करके शाहरुख खान के खिलाफ खूब आग उगली।

विजयवर्गीय ने अपने पहले ट्वीट में कहा, 'शाहरुख़ खान रहते भारत में हैं पर उनका मन सदा पाकिस्तान में रहता है। उनकी फिल्में यहां करोड़ो कमाती हैं पर उन्हें भारत असहिष्णु नजर आता है।'

दूसरे ट्वीट में उन्होंने शाहरुख खान की देशभक्ति पर सवाल खड़े करते हुए लिखा, 'यह देशद्रोह नहीं तो क्या? भारत संयुक्त-राष्ट्र का स्थाई सदस्य बनने को है, पाकिस्तान समेत सभी भारत विरोधी ताकतें इसके विरुद्ध षडयंत्र रच रही हैं।

तीसरे ट्वीट में विजयवर्गीय ने कहा, 'भारत में असहिष्णुता का माहौल बनाना षडयंत्र का हिस्सा है। शाहरुख का 'असहिष्णुता का राग' पाक व भारत विरोधी ताकतों के सुर में सुर मिलाना है।

चौथे ट्वीट में उन्होंने शाहरुख से सवाल किए हैं, 'जब 1993 में बॉम्बे में सैकड़ों लोग मारे गए तब शाहरुख खान कहां थे? जब मुंबई पर 26/11 को हमला हुआ तब शाहरुख कहां थे?

अपने पांचवें और अंतिम ट्वीट में उन्होंने कहा, 'आज सारी दुनिया भारत व उसके नेतृत्व को मान कर रही हैं, ऐसे में यहां असहिष्णुता बढ़ने की बात करना, दुनिया के समक्ष भारत को कमजोर करना होगा।

गौरतलब है कि सोमवार को अपने 50वें जन्मदिन के मौके पर शाहरुख खान ने एनडीटीवी पर बरखा दत्त से बात करते हुए देश में असहिष्णुता बढ़ने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि यह बेहद अपमानजनक और शर्मनाक है कि मुझे मेरी राष्ट्रभक्ति साबित करनी पड़ती है।

शाहरुख खान ने कहा था कि पश्चिमी देशों में आपकी राय का सम्मान होता है। लेकिन हमारे देश में, मुझे लगता है कि अगर मेरी राय आपके साथ नहीं मिलती है तो यह विवाद को जन्म दे देती है। शाहरुख ने यह भी कहा कि मैं जो सोचता हूं अक्सर वो बोल नहीं पाता हूं, क्योंकि मुझे मेरी फिल्मों को लेकर चिंता होती है।

उन्होंने कहा, हमारे मांस खाने की आदतों से हमारे धर्मों का निर्धारण नहीं हो सकता। 'किंग खान' ने कहा, मेरे घर में हर कोई अपना-अपना धर्म मानने को आजाद है। मेरे बच्चे असमंजस में रहते हैं कि वे हिन्दू हैं या मुस्लिम। मैं पूछता हूं ईसाई क्यों नहीं।

यही नहीं शाहरुख ने कहा, धार्मिक असहनशीलता और किसी भी तरह की असहनशीलता हमें अंधकार युग की ओर ले जाते हैं। उन्होंने कहा, अगर आप देशभक्त हैं तो आप देश की हर चीज से प्यार करेंगे, ना कि किसी धर्म या क्षेत्र के आधार पर। उन्होंने कहा, अनुपम खेर अपनी राय दे पा रहे हैं और दूसरे डायरेक्टर के बारे में अपनी राय दे पा रहे हैं। यही सहनशीलता है।

शाहरुख खान ने अपने अवॉर्ड लौटाने से तो इनकार किया लेकिन जो अवॉर्ड लौटा रहे हैं उन्हें हिम्मती लोग कहा। उन्होंने कहा, मैं उनके साथ हूं। अगर वे चाहेंगे कि मैं उनके साथ किसी मार्च में आऊं या प्रेस कॉन्फ्रेंस करूं तो मैं तैयार हूं।

शाहरुख ने कहा कि एफटीआईआई के छात्र बिल्कुल सही थे। कुछ शब्द और हरकतें गलत हो सकती हैं। लेकिन जब आप प्रदर्शन कर रहे हों, अनशन कर रहे हों तो आपकी भावनाएं चरम पर होती हैं और कुछ इधर-उधर हो जाता है। लेकिन मेरा मानना है कि छात्र बिल्कुल सही थे।

शाहरुख ने कहा, मैं भारत में जन्मा फिल्मी सितारा हूं। मैं भारत में जन्मा भारतीय हूं। मैं भारतीय हूं और इस पर कोई सवाल कैसे उठा सकता है। उन्होंने कहा, किसी के पास भी भारत में रहने का अधिकार मुझसे ज्यादा नहीं है और मैं देश छोड़कर कहीं नहीं जाने वाला, इसलिए ऐसी मांग करने वाले मुंह बंद रखें।
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